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लॉकडाउन : यूपी में मिलने लगेंगी कई जरूरी सुविधाएं, जानें क्या-क्या होने जा रहा है शुरू

लॉकडाउन : यूपी में मिलने लगेंगी कई जरूरी सुविधाएं, जानें क्या-क्या होने जा रहा है शुरू

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'जान भी और जहान भी' के मंत्र का पालन करते हुए कुछ अहम सेवाओं को शुरू करने का निर्णय किया है। सरकारी व निजी अस्पतालों में खास इलाज जैसी सुविधाएं फिर से शुरू होंगी। मंत्री और अधिकारी 15 अप्रैल से दफ्तर में बैठना शुरू करेंगे। साथ ही खाने-पीने की वस्तुओं की आनलाइन डिलिवरी की सुविधा शुरू करने की तैयारी है।  इसके अलावा निर्माण परियोजनाओं, आनलाइन रजिस्ट्री जैसे काम भी धीरे-धीरे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते शुरू किए जाएंगे। इसके लिए विभिन्न मंत्रियों की अध्यक्षता में कमेटियां बनाई गईं हैं। लॉकडाउन के संबंध में यूपी सरकार केंद्र के दिशानिर्देशों का पालन करेगी। 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार शाम अपने आवास पर  कैबिनेट की बैठक की। इसमें 19 मंत्री शामिल हुए। लॉकडाउन के बाद की स्थिति पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी से लोगों की जान तो बचाना ही है, साथ ही कुछ सामान्य कामों को आगे बढ़ाने की जरूरत है। इसलिए हमने कुछ मंत्रियों की अध्यक्षता में कमेटी बनाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोरोना संकट के खिलाफ लड़ाई में हम सफलतापूर्वक अपना कार्य करेंगे। बैठक में यूपी को आर्थिक रूप से मजबूत करने व रोजगार गतिविधियां बढ़ाने को कहा गया। 

निर्माण कार्य के बारे में फैसला लेंगे केशव प्रसाद:
उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य की कमेटी देखेगी कि निर्माण कार्य शुरू करते हुए कैसे एक्सप्रेस-वे व अन्य परियोजनाओं का काम बढ़ाया जाए। इसके लिए जहां श्रमिक मौजूद हैं, वहां काम शुरू कराया जाए। उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की कमेटी देखेगी कि आनलाइन पढ़ाई कैसे शुरू हो। 
सुरेश खन्ना की कमेटी संसाधन बढ़ाने का काम देखगी: 
वित्तमंत्री सुरेश खन्ना की कमेटी संसाधन बढ़ोतरी के काम देखेगी। आनलाइन रजिस्ट्री कैसे शुरू हो सकती है। साथ ही वे तय करेंगे कि कैसे अन्य आनलाइन सेवाएं शुरू की जाएं। कैसे आनलाइन फूड रेस्टोरेंट को अनुमति दी जाए। इसके लिए श्रमिकों की उपलब्धता पर भी विचार किया जाएगा। यही कमेटी देखेगी कि कौन से बड़े उद्योग व एमएसएमई उद्योग खोले जा सकते हैं। इस कमेटी में मंत्री सतीश महाना व सिद्धार्थनाथ सिंह सदस्य होंगे। 
श्रमिकों का हित देखेंगे स्वामी प्रसाद मौर्य:
श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की कमेटी श्रमिकों के हित के लिए, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री की कमेटी छात्रवृत्ति व पेंशन का काम, ग्राम्य विकास मंत्री मोती सिंह की कमेटी ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन की कमेटी शहरों में सफाई व स्वच्छता का काम देखेगी। 
किसानों की समस्याएं निपटाएंगे सूर्य प्रताप शाही:
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की कमेटी किसानों की समस्याएं, गेहूं खरीद, व समर्थन मूल्य दिलाने जैसे काम करेगी। मेडिकल कालेज, निजी कालेजों व अस्पतालों में डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ की सुरक्षा और डायलिसिस, रेडियो थेरेपी, जैसे इलाज शुरू कराने का काम स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह की कमेटी देखेगी। जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह की कमेटी राज्य में पेयजल संकट को दूर करेंगी। खाने-पीने के सामान की आनलाइन डिलिवरी करने की छूट रेस्टोरेंट को कुछ शर्तों के साथ दी जाएगी।
सीएम ने कहा कि जो व्यक्ति 14 दिन शेल्टर होम में रह चुके हैं, उन्हें 14 दिन होम शेल्टर में रखा जाएगा। उन्हें खाद्यान्न दिया जाएगा।
बैसाखी समेत किसी पर्व पर नहीं होगा आयोजन: 
सीएम ने कहा कि बैसाखी पर कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होगा। लॉकडाउन का हर हाल में पालन होगा। 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती है। इस दिन सभी मंत्री व अधिकारी अकेले ही कार्यालय में उनके चित्र पर माल्यार्पण करेंगे। रमजान का महीना शुरू होगा। धर्मगुरुओं से अपील है कि कोई आयोजन न हो। 15 अप्रैल से मंत्री कार्यालय में बैठकर योजनाओं की समीक्षा करेंगे। विशेष सचिव स्तर के अधिकारी कार्यालय आएंगे। लॉकडाउन के बारे आगे की कार्यवाही केंद्र के निर्णय के हिसाब से होगी।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में फ्रंट वॉरियर की भूमिका में काम कर रहे डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ के साथ जहां कई राज्यों में दुर्व्यवहार के मामले सामने आए हैं तो वहीं कई बार मरीजों के इलाज के दौरान संपर्क में आने के चलते कोरोना ने इन्हें भी अपनी जद में ले लिया। समाचार एजेसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि देशभर में अब तक कुल 90 डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

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